सरयू नदी का जलस्तर घटा पर बाढ़ पीड़ितों की परेशानियां बढ़ी

संवाददाता विशाल अवस्थी
रामनगर बाराबंकी। सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से तलहटी में बसे गांवो में पानी प्रवेश हो गया है तटबंध के अंदर बने मकानों में पानी घुस गया है। यहां के लोगों ने पलायन कर ऊंचे स्थानों पर शरण ली है। किसानों की सैकड़ो एकड़ फसलें जलमग्न हो गयी है। बाढ़ आने से पीड़ितों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार की शाम छः बजे जलस्तर खतरे के निशान 106.70 से 47 सेंटीमीटर ऊपर रहा। हालांकि मंगलवार रात्रि के बाद जलस्तर घटा है। नेपाल के गिरजा व शारदा बैराज से मंगलवार को चार लाख तीस हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। जिससे सरयू नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है।
तलहटी के गाँव कोयली पुरवा पर्वतपुर गायघाट कोयली पुरवा सकतापुर,दुर्गापुर,लहड़रा, जगरूप पुरवा तिवारी पुरवा चौभुजी पुरवा बुधई सहित सैकड़ों गांव पानी से घिरे है। नदी से सटे जमका,खुज्जी सुंदर नगर बतनेरा,तपेसिपाह, कोरिनपुरवा, सिसौंडा, मल्लाहन पुरवा,परसादी पुरवा के दर्जनों घरों में पानी जमा हो गया है। यहां के लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर अपना ठिकाना बनाया है। बाढ़ के पानी से सैकड़ो एकड़ फसल गन्ना उरद मक्का सब्जी कुंदरु परवल मिर्च धान की नर्सरी तथा जानवरों के हरा चारा डूब गया है। ग्राम दुर्गापुर में मुख्य मार्ग पंचायत भवन व प्राथमिक विद्यालय के सामने बाढ़ के पानी के आ जाने से गांव के लोगों का आवागमन बाधित हो गया है। तहसील प्रशासन एसडीम पवन कुमार के निर्देशन में बाढ़ क्षेत्र में हर संभव मदद पहुंचने का कार्य कर रही हैं। तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि बाढ़ में राजस्व कर्मियों को लगाकर निगरानी की जा रही है तथा बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद की जा रही है।



