#Lucknow- राष्ट्रीय संगोष्ठी में शोध पद्धति पर शिक्षाविदों के मध्य सफल संवाद
लखनऊ से डॉ.अबुलक़ासिम अब्बासी की प्रतिनिधि भागीदारी

लखनऊ- सी.के.एन.के.एच. फाउंडेशन एवं टी.एम. यूनिवर्सिटी की विभागाध्यक्ष संयुक्त तत्वावधान में एक राष्ट्रीय वर्चुअल संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता हिंदी विभाग की अध्यक्ष डॉ. नम्रता जैन ने की। संगोष्ठी का केंद्रीय विषय था – “भारत में शोध प्रकाशन परिदृश्य में शोध पद्धति की भूमिका”।
इस अवसर पर देशभर से प्रतिष्ठित शोधकर्ताओं एवं शिक्षकों ने प्रतिभाग किया, जिनमें पी एस गोसाईगंज-2 के सहायक अध्यापक, गोंसाईगंज (लखनऊ) से प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. अबुलक़ासिम अब्बासी की सहभागिता विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। उन्होंने “शोध पद्धति और उसके घटकों का व्यवस्थित अध्ययन” विषय के अंतर्गत एक व्यापक एवं दृष्टिपरक शोधपत्र प्रस्तुत किया, जिसमें शोध के मौलिक चरणों, परिकल्पना निर्माण एवं अनुसंधान संरचना जैसे बिंदुओं पर गहन प्रकाश डाला। उनका वक्तव्य प्रतिभागियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा और इसे शोध के नवीन रुझानों में एक मार्गदर्शक के रूप में सराहा गया।
संगोष्ठी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की पृष्ठभूमि में शोध की गुणवत्ता पर विचार-विमर्श किया गया तथा यू.जी.सी. केयर सूची के समाप्त होने या बंद होने वह बदलाव के संदर्भ में शोध की गुणवत्ता विश्वसनीयता और भविष्य की संभावनाओं पर विचार विमर्शों का आदान-प्रदान विषय विशेषज्ञ, शिक्षाविदों द्वारा किया गया राष्ट्रीय आभासी आधार पर संचालित किया गया, उपरोक्त विषय अंतर्गत चर्चाओं ने संगोष्ठी को और अधिक महत्त्वपूर्ण बना दिया।



