जंगली जानवर ने बालिका को नोच कर किया गंभीर रूप से घायल इलाज जारी

बाराबंकी – बकरी चरा रही बालिका को जंगली जानवर ने नोच कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल बच्ची के परिजन व ग्रामीण भेड़िए का हमला बता रहे हैं। जिससे गांव में भेड़िए की दहशत फैल गई है। वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी लाठी डंडे के साथ जंगल में कांबिंग कर रहे हैं। गांव में बच्चों और बुजुर्ग को अकेले न निकलने की सलाह दी है। बहराइच और सीतापुर के बाद बाराबंकी में भी भेड़िए का आतंक मच गया है। यहां बकरी चरा रही 10 वर्षीय बालिका को खूंखार जंगली जानवर ने निशाना बना कर नोच डाला। गंभीर रूप से घायल बालिका को वन कर्मियों जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिजन और ग्रामीणों ने दावा करते हुए भेड़िया का हमला होना बताया है। वहीं जंगली जानवर के हमले से इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। वन विभाग की टीम जंगली जानवर तलाश में कांबिंग कर रही है।
जानकारी के अनुसार, हरख ब्लाक गुछौरा गांव में मंगलवार को बकरी चरा रही दस साल की रिजवाना को जंगली जानवर ने नोच कर गंभीर घायल कर दिया। उधर इसी गांव निवासी महादेव पर भी जंगली जानवर के हमले में मामूली रूप से घायल हुए हैं
सूचना के बाद पहुंची वन विभाग की टीम जंगल झाड़ियों में कतिथ रूप से भेड़िए की तलाश में जुटी है।
जंगली जानवर के हमले में बच्ची समेत दो घायल
दरअसल हरख रेंज के गुछौरा गांव निवासी रिजवाना रोज की तरह अपनी बकरियों को चराने गांव के जंगल में गई थी।यहां अचानक झाड़ियों से निकले जंगली जानवर ने उसकी बकरी को पीछे से पकड़ लिया। बकरी को जंगली जानवर से छुडाने की कोशिश को तो उसने उस पर हमला कर दिया। बच्ची की चीख पुकार पर आसपास मौजूद ग्रामीण लाठी डंडों से मौके पर पहुंचे तो वह जानवर मौके से भाग खड़ा हुआ। जंगली जानवर ने रिजवाना के चेहरे, गर्दन और हाथ की उंगलियों को बुरी तरह नोच डाला। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने आस पास जंगल झाड़ियों में खोज बीन शुरू की। वहीं घायल बच्ची को वन दरोगा सतीश कुमार ने पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए पहुंचाया। बच्ची की हालत गंभीर होने पर डाक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रिफर किया है। याहां उसका इलाज चल रहा है।
भेड़िए की दहशत में ग्रामीण
चश्मदीद परिजन और ग्रामीणों ने हमला करने वाला जंगली जानवर भेड़िया होने का दावा किया है। उन्होंने बताया कि जनावर की पूंछ और लंबा मुंह था। जिसने बच्ची को दबोच रखा था। हम लोगों ने डंडे से मार कर बच्ची को छुड़ाया इस दौरान वह मौके से जंगल की ओर भाग खड़ा हुआ। क्षेत्रीय वन दरोगा वीर भगत ने बताया कि किसी जानवर के हमले से बच्ची घायल हुई है, यह जंगल झाड़ियों का एरिया है। भेड़िया होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। जंगली जानवर की तलाश में सर्च आप्रेशन चलाया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए बताया कि किसी को भी अकेले नहीं निकलना है और छोटे बच्चे तो बिलकुल ही न निकले क्योंकि ये छोटे बच्चों को निशाना बना कर हमला करते हैं।
क्षेत्रीय वन अधिकारी (SDO) हैदरगढ़ अजय पांडेय ने बताया कि घायल बच्ची के हमले में पागल सियार के होने की आशंका जताई जा रही है। विभाग की टीम हिंसक जानवर को पकड़ने के लिए मौके पर कांबिंग कर रही है’।



