
बाराबंकी: जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने शासन की मंशा के अनुरूप धान खरीद कराने का सख्त निर्देश मातहतो को दिया है।धान खरीद की हकीकत से जिम्मेदार बेखबर हैं।समितियों पर सचिवों की मनमानी शुरू हैं।किसान धान बेचने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।धान खरीद में अव्यवस्था से किसानों का खासा आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है।रामसनेहीघाट तहसील क्षेत्र के सादुल्लापुर स्थित बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति (बी पैक्स)लिमिटेड में शुक्रवार को धान खरीद की पड़ताल के दौरान जिम्मेदारों की लापरवाही सामने आई।जिम्मेदारों की सह पर सचिवो द्वारा किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा हैं।क्रय केंद्र प्रभारी किसानों को टोकन,तौल आदि कोई भी जानकारी देने को तैयार नहीं थे।अधिकारियों के हस्ताक्षेप के बाद केंद्र प्रभारी रवि ने बताया कि 113 टोकन बांटे जा चुके हैं।कुल तौल 1309 कुंतल 20 किलो की हो चुकी हैं।तौले गए धान की उठान नहीं हुई है।गोदाम की भंडारण क्षमता 500 कुंतल हैं।गोदाम नंबर एक में खाद लगी हुई हैं।जबकि गोदाम नंबर दो बंद था।क्रय केंद्र प्रभारी ने बताया कि गौरवा निवासी 24 वें किसान श्रीकृष्ण की तौल चल रही हैं।जबकि मौके पर न किसान था और न ही उसके कागजात थे।जिससे संदेह की स्थिति बनी हुई हैं।वही प्रतिदिन ऑनलाइन अपलोड डाटा में केंद्र प्रभारी द्वारा बताए किसान श्रीकृष्ण का नाम कही भी दर्ज नहीं था।क्षेत्रीय किसानों का आरोप है कि यहां केंद्र प्रभारी की मनमानी हावी है।बिचौलिए सक्रिय है और उनका धान धडल्ले से खरीदा जा रहा है।धान खरीद कागजों में चल रही है।किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि यहां पर कई दलाल सक्रिय हैं।जिससे बिना पैसे के कोई काम नहीं होता है।इस संबंध में नायब तहसीलदार उमेश द्विवेदी ने बताया कि धान क्रय केंद्रों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है।कोई भी गड़बड़ी पाई जाएगी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट: सूरज सिंह सिसोदिया



